वातावरण का अर्थ एवं परिभाषा

वातावरण का अर्थ, पर्यावरण है। पर्यावरण दो शब्दों-परि एवं आवरण के मिलने से बना है। परि का अर्थ होता है चारों ओर, आवरण का अर्थ होता है ढकना। इस प्रकार पर्यावरण का अर्थ होता है चारों ओर से घेरने वाला। प्राणी या मनुष्य जलवायु, वनस्पति, पहाड़, पठार, नदी, वस्तु आदि से घिरा हुआ है यही सब मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं। वातावरण मानव जीवन के विकास पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डालता है। मानव विकास में जितना योगदान आनुवंशिकता का है उतना ही वातावरण का भी। इसलिए कुछ मनोवैज्ञानिक वातावरण को सामाजिक वंशानुक्रम भी कहते हैं। व्यवहारवादी मनोवैज्ञानिकों ने वंशानुक्रम से अधिक वातावरण को महत्त्व दिया है। 
एनास्टैसी के अनुसार, "पर्यावरण वह हर चीज है, जो व्यक्ति के जीवन के अलावा उसे प्रभावित करती है।" 
जिसबर्ट के अनुसार, “जो किसी एक वस्तु को चारों ओर से घेरे हुए है तथा उस पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालता है वह पर्यावरण होता है।"

हॉलैण्ड एवं डगलस के अनुसार, "जीव-जगत के प्राणियों के विकास, परिपक्वता, प्रकृति, व्यवहार तथा जीवन शैली को प्रभावित करने वाली बाह्य समस्त शक्तियों, परिस्थितियों तथा घटना को पर्यावरण में सम्मिलित किया जाता है और उन्हीं की सहायता से पर्यावरण का वर्णन किया जाता है।"
वातावरण सम्बन्धी कारक 
वातावरण से सम्बन्धित कारकों का वर्णन निम्न प्रकार से वर्णित है

1.सामाजिक कारक:-मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है इसलिए उस पर समाज का प्रभाव अधिक दिखाई देता है। सामाजिक व्यवस्था, रहन-सहन, परंपरा, धार्मिक कृत्य, रीति-रिवाज,पारस्परिक अन्त:क्रिया और सम्बन्ध आदि बहुत-से तत्व हैं,जो मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, एवं बौद्धिक विकास को किसी-न-किसी रूप से अवश्य प्रभावित करते हैं। 
2.आर्थिक कारक:- अर्थ अर्थात् धन से केवल सुविधाएँ ही नहीं प्राप्त होती हैं, बल्कि इससे पौष्टिक चीजें भी खरीदी जा सकती हैं, जिससे मनुष्य का शरीर विकसित होता है। आर्थिक वातावरण मनुष्य की बौद्धिक क्षमता को भी प्रभावित करता है। सामाजिक विकास पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। 
3.सांस्कृतिक कारक:- धर्म और संस्कृति मनुष्य के विकास को गहरे स्तर पर प्रभावित करती हैं। हमारा खान-पान, रहन-सहन, पूजा-पाठ, संस्कार तथा आचार-विचार इत्यादि हमारी संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। जिन संस्कृतियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण समाहित है उनका विकास ठीक ढंग से होता है, लेकिन जहाँ अन्धविश्वास और रूढ़िवाद का समावेश है उस समाज का विकास अत्यन्त मन्द गति से होता है।